ग्रीक मायथोलॉजी में Eros को Chaos अतःत शून्य का पुत्र बताया गया है। परन्तु कई लेखक इसे Aphrodite और Ares का पुत्र बताते है तो कई लेखक इसे Nyx अतःत रात्रि का पुत्र बताते है। कई किस्सो में इसे एक हस्त-पुस्त बालक के रूप में तो कई किस्सो में इसे एक जवान युवा के रूप में बताया जाता है। इसके पीठ पर पंख होते है एवं इसके साथ मे एक धनुष को सम्बोधित किया जाता है। इसका जन्म एक अंडे से बताया जाता है। जो Tartarus अतःत अंडरवर्ल्ड की गहराइयों में स्वंयभू रूप से पैदा हुआ था। जो लोग इस Nyx का पुत्र बताते है उनका मत होता है कि Nyx ने इस अंडे को जन्म दिया था। Eros ने एक राजकुमारी से विवाह किया था। इसकी एक मजेदार कहानी है।
यूरोप में किसी अनजान राजा-रानी की एक Psyche नाम की एक बेटी होती है। यह इस राजा-रानी की तीसरी बेटी होती है। वह इतनी ज्यादा सुंदर थी कि उससे सुंदरता की देवी Aphrodite को भी जलन होने लगी। क्योकि कई लोग केवल Psyche को देखने के लिए आते थे। Aphrodite ने जलन के कारण Psyche को सताने का सोचा। उसने प्यार के देवता Eros को कहा कि तुम इसे किसी राक्षस से प्यार में लगा दो। जब Eros Psyche को तीर मारने गया। तब उसे खुद को Psyche से प्यार हो गया। उसने Psyche को तीर मारा जिससे Psyche को Eros से प्यार हो गया। Eros Psyche से विवाह हेतु तैयार हो गया परंतु उसने एक शर्त रखी। Psyche जब भी उसका उसका चेहरा देखेगी। वह उसे छोड़कर चला जाएगा। प्यार में पागल Psyche उससे विवाह कर लेती है। एक दिन उसकी बड़ी बहनों के ताना मारने के कारण वह Eros का चेहरा देख लेती है। तब Eros उसे छोड़कर चला जाता है। तब Psyche Aphrodite की आराधना करती है। उससे Eros के पास जाने का रास्ता पूछती है। तब जलन करने वाले Aphrodite उसे Tartarus एक कठिन रास्ता बताती है। Psyche Tartarus पर कई कठिनाइयों का सामना करके Eros तक पहुचने में सफल होती है। तब Eros उसे अपनाता है और उसे अमरता का वरदान देता है। यह देखकर कुछ और देवता उसे वरदान देते है। जिससे उसे तितली के समान पंख और आत्माओ की देवी बनने का सौभग्य प्राप्त होता है। Psyche को भी देवी बनने का आशीर्वाद मिलने के कारण उसे देवताओ की सभा अतःत ओलम्पस में सम्मलित होने का मौका मिलता है। Psyche की इस कहानी का अधिक वर्णन हमे The Golden Ass या Metamorphoses नाम के गर्न्थो या उपन्यासों में मिलता है।
Eros और Psyche की सन्तान के रूप में एक बेटी होती है। उसका नाम Hedone अतःत आनन्द की देवी होता है।
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